ऐसा भी होता है – दिलचस्प कहानी
महकता आँचल स्टोरी बुक “मैडम आज खाने में क्या बनाना है?” नौकरानी उनके पीछे ड्राइंग रूम में ही चली आई थी। “कीमा मटर, बिरयानी।” कुलसूम बेगम के लहजे में प्यार…
महकता आँचल स्टोरी बुक “मैडम आज खाने में क्या बनाना है?” नौकरानी उनके पीछे ड्राइंग रूम में ही चली आई थी। “कीमा मटर, बिरयानी।” कुलसूम बेगम के लहजे में प्यार…
फातिमा थकन न से बेहाल घर लौटी तों नूरी आई हुई थी। नूरी उसकी बचपन की सहेली थी। दोनों में बहुत मुहब्बत थी। “कैसी हो नूरी ?” उसने मुस्कुराते हुए…
रिश्ते सिर्फ खून से नहीं बनते। एहसास और खुलूस से भी बनते हैं। वह रिश्ते जो हम खुद बनाते हैं अक्सर रेत भी साबित होते हैं। लेकिन अगर नीयतों में…
“अरे हुमा! अभी तक मैली कचैली घूम रही हो। हम तो समझे थे तुम तैयार बैठी होगी।” “क्यों, क्या बात है आज?” “अरे बडी आपा की भांजी शाहिदा की मंगनी है।”…
यह मुझे क्या होता जा रहा है आखिर कब तक उसकी यादों की परछाइयां अलाव बनकर मेरे जिस्म को अपने शोलों में लपेटती रहेंगी, मुझे अपने जहन पर अपने दिल…
अम्मां बी ने कुछ गलत भी तो नहीं कहा साहिरा आपी। निदा ने उसके चेहरे को अपने हाथों में लेते हुए कहा। “जरा ठन्डे दिमाग से सोचें, ऐसा कब तक…
इशा किरन मैं तुमसे मुहब्बत करता हूं, तुम मेरी बात का यकीन क्यों नहीं करती । मुईज कमाल ने उसे बाजू से पकड़ा और अपनी तरफ खींचते हुए पूछा ।…
“तुम अरसलान के पास क्यों खड़ी थीं।” वह कड़े तेवरों से आंखें सुकेड़ कर पूछ रहा था । “कब?” मायरा ने उल्टा उसी से पूछ डाला। “कैमेस्ट्री के पीर्यड के…
“उफ़ क्या रुस्वा किया है चाचू जान ने ….इसीलिए तो गुस्से को हराम कहा गया है । पल भर के गस्से ने दो जिन्दगियों को केसें दो अलग अलग किनारों…
“बच्चे बड़े हो जाएं तो मां बाप बूढ़े हो जाते हैं ।” हां मगर अब बूढ़ा और जवान होने की कहावत अब बदल चुकी है, अब तो यह बात समझ…